Sunday, April 23, 2023

किताब और हम

विश्व पुस्तक दिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ -

किताबें अपने आप में ही एक ख़ूबसूरत शब्द है जिसके मायने बहुत खास है। कई बार महबूब का चेहरा किताब होता है तो कई बार समाज ही किताब बन जाता है, कुल मिलाकर वो तमाम चीज़ें जिन्हें आप समझकर इल्म हासिल कर सकते हैं वह किताब हो जाती है ।
किताबें हमें हमारे पूरी शख्सियत को सँवारने और निखारने के हुनर देती हैं । यही किताबें हमें मानवीय , सामाजिक , नैतिक , शैक्षिक मूल्यों तथा जीविकोपार्जन के भी हुनर देती हैं ।
किसी नामालूम शख्स ने बहुत खूबसूरत बात कही है -

पढ़ने वालों की कमी हो गयी है आज इस ज़माने में 
नहीं तो गिरता हुआ एक-एक आंसू पूरी किताब है ।

किताबों पर कहे गए शेरों में से मेरा पसंदीदा शेर -

एक चराग़ और एक किताब और एक उम्मीद असासा
उस के बाद तो जो कुछ है वो सब अफ़्साना है ।
- इफ़्तिख़ार आरिफ़

अंत में बस इतना ही कहना चाहूँगा कि किताबों से दोस्ती कीजिए , किताबों से मोहब्बत कीजिए लोग आपसे मोहब्बत और आपसे दोस्ती करने को इच्छुक रहेंगे । आपकी शख्सियत सँवर जाएगी आप चमकते हुए नज़र आएंगे ।

विश्व पुस्तक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं । 💐💐💐

✍️ मोनिश फ़रीद 

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